Chhapra Desk – सारण जिले के पानापुर प्रखंड एवं मशरक प्रखंड में शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. पानापुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी के प्रांगण में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर पानापुर के शिक्षको ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. शराबियों व शराब तस्करों की पहचान कर सूचना देने का सरकार द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया है. जिससे पूरे बिहार के शिक्षक आक्रोशित व आंदोलित है. बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह के नेतृत्व में दर्जनो की संख्या में शिक्षक पहुचे एवं मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर सरकार द्वारा जारी तुगलकी फरमान के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे शिक्षको ने कहा कि सरकार का नैतिक पतन हो गया है. यही कारण है कि उसके द्वारा समय समय पर ऐसे तुगलकी फरमान जारी कर परेशान किया जा रहा है. सरकार जबतक इस आदेश को वापस नही लेती तबतक आंदोलन जारी रहेगा. इस मौके पर बिहार पंचायत नखर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष निरंजन कुमार सिंह उर्फ भुट्टु सिंह, संजीव कुमार राम, विनोद कुमार यादव, अनील कुमार यादव महम्मद जमाल हुसैन, महम्मद कासिम, सुनीता कुमारी, सुमन कुमारी सहित कई शिक्षक मौजूद थे.
वहीं बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, शिक्षा विभाग का अजीबोगरीब पत्र से मशरक प्रखंड के शिक्षकों ने गहरी नाराजगी जताई है. पत्र में शिक्षकों को यह आदेश दिया गया है कि शराब पीने वाले और उसकी आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान शिक्षक करेंगे और उसकी सूचना मध निषेध विभाग को देंगे. इस तुगलकी फरमान के विरोध में मशरक के शिक्षकों ने विरोध जताया. शिक्षक नेता संतोष सिंह की अगुवाई में बीआरसी परिसर में पुतला दहन और आदेश की प्रति को जलाकर विरोध जताया गया. मौके पर शिक्षक नेता संतोष सिंह ने कहा कि यह एक तुगलकी फरमान है जिसमें सरकार जानबूझकर शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलना चाहती है. जहां पूरे बिहार के पुलिस शराबियों और शराब बेचने वाले की पहचान नहीं कर पाई ,वहां राष्ट्र निर्माता जो कलम के सिपाही हैं इसकी पहचान कैसे कर पाएंगे ।यदि करते हैं तो शराब माफियाओं के द्वारा उनकी जान माल का खतरा उत्पन्न हो जाएगा. राष्ट्र निर्माता शिक्षा दान करते हैं ना कि शराबियों की पहचान करने का काम. शिक्षकों का कहना है कि यह पत्र उनके मान-सम्मान के खिलाफ है.
इसको लेकर प्रखंड क्षेत्र के बीआरसी परिसर में शिक्षकों ने सरकार के इस पत्र की प्रति और पुतला जलाकर और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया. सरकार के इस पत्र को जलाने और पुतला दहन कार्यक्रम में रहमत अली मंसूरी, सुनील सिंह, श्रीकांत यादव,मेराज अहमद, कुमार प्रमोद समेत दर्जनों शिक्षक शामिल रहें.