Chhapra Desk- bगया के पूर्व जिलाधिकारी, आईजी, एस एस पी पर राज्य सरकार भ्रष्टाचार एवं योजनाओं में गड़बड़ी के मामले में कारवाई करते हुए पद से हटाने से यह प्रमाणित होता है की सूबे की राजधानी पटना के बाद सबसे महत्वपूर्ण गया जिला के सभी आला अधिकारियों द्वारा प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग को घूस का घोंसला एवं भ्रष्टाचार का केंद्र बनने से गया जिला की छवि धूमिल हुई है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, महासचिव विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, असगर इमाम, फिरोज रजा, मो नवाब, टिंकू गिरी, विनोद उपाध्याय, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान आदि ने कहा कि आज जब प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने प्रमुखता से गया के आई जी, एस एस पी, पूर्व जिलाधिकारी पर एक साथ कार्रवाई की खबर आने से गया की छवि धूमिल हुई, तो दूसरी ओर चौक, चौराहे,गांव-गांव, घर- घर में जो घूसखोरी, कमीशन की चर्चाएं गुहार कर रही हैं.
नेताओं ने कहा कि गया के नदियों से बालू का उठाव, पहाड़ों से पत्थर तोड़ने , योजनाओं में कमीशन, पुलिसिया बर्बरता, सभी विभागो में बिना घूस के काम नहीं होने से आमजन त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. आमजन को लगता है कि कोई भी काम बिना नजराना के नही होगा.
नेताओं ने गया जिलावासियों से सरकार की बातो को मानने की अपील करते हुए किसी भी काम में घूस, नजराना, तहरीर, कमीशन न दे. क्योंकि सरकार अपने किसी भी नोटिस, विज्ञापन सहित सभी कार्यालय आदेशों में रिश्वत, घूस लेना देना गैरकानूनी है लिखती है एवं प्रचार करती है. नेताओं ने राज्य सरकार से भ्रष्टाचार एवं योजनाओं में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर जांच कर दोषियों पर कड़ी कारवाई की मांग की है. नेताओं ने मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति द्वारा भी किए गए भ्रष्टाचार की जांच कर कारवाई करने की मांग की है.