पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विवादित बयान पर ब्राह्मण समाज ने विरोध में फूंका पुतला

Chhapra Desk – बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा सार्वजनिक रूप से ब्राह्मणों के प्रति असम्मानजनक भाषा का प्रयोग किए जाने को लेकर ब्राह्मण समाज में खासा आक्रोश है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा है कि हम भगवान राम को नही मानते है, लेकिन रामचरितमानस को मानते है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के इस विवादित बयान के विरोध में छपरा शहर के नगरपालिका चौक पर उनका पुतला फूंका गया. इस दौरान उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई वहीं जिले के मशरक समेत अनेक प्रखंडों में भी उनका पुतला दहन किया गया.

वहीं मशरक प्रखंड स्थित राम जानकी शिव मंदिर परिसर में भी विरोध प्रदर्शन किया गया, वही बहरौली पांडेय टोला गांव में ब्राह्मणो ने उनका पुतला दहन किया. जीतन राम मांझी हाय-हाय, जीतन राम मांझी मुर्दाबाद, जीतन राम मांझी माफी मांगो के नारे लगाए गए. राम जानकी शिव मंदिर के महंथ टुन्ना बाबा ने विरोध जताते हुए कहा कि उन्हें सार्वजनिक स्तर पर मांफी मांगनी चाहिए. बहरौली बीडीसी पुत्र चुनमुन बाबा ने बताया कि उन्होंने काफी ही अमर्यादित शब्द का उच्चारण किया है. समाज को ठोस पहुचाने वाली बात उन्होंने की है. हमारे देश के हिंदुओं को तोड़ने का काम किया है. पं प्रिंस मौनस ने कहा कि जीतन राम मांझी ने समाज को तोड़़ने, हिन्दू जाति को तोड़़ने और हमारी आस्था के साथ खिलवाड़़ करने का काम किया है.

उन्होंने ब्राह्मण और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का अपमान किया है. हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर उन्होंने सामने आकर सार्वजनिक रूप से माफी नही मांगी तो हमलोग आगे बड़े से बड़े कदम उठाने को ले तैयार है. इसमें मुख्यमंत्री सामने से आकर हस्तक्षेप करे और तत्काल प्रभाव से कोई एक्शन ले. मौके पर दुमदुमा के उमेश गिरि, चन्द्रमा मिश्र,संजीत त्रिपाठी, शैलेश बाबा, अरविंद बाबा,गोलू बाबा,छोटू बाबा,मनु पाण्डेय, बंटी पांडेय,अमन बाबा सहित कई लोग उपस्थित थे.

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