Gaya Desk – गया शहर के गांधी मैदान मंडप में युवा प्रयास संगठन एवं शहर का यातायात विभाग एवं शहर के आम लोगों द्वारा सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की याद में World day of remembrance for road traffic victims दिवस आयोजित किया गया. इस मौके पर दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों एवं घायलों की याद में स्मरण दिवस मनाया गया, जिसकी अध्यक्षता परवेज आलम ने किया है.विश्व स्मरण दिवस के मौके पर सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने अपने करीबी एवं जानने वाले लोगों की सड़क दुर्घटना मे मरने एवं घायल होने के बारे में जानकारी एवं व्यक्तिगत तौर पर हुई घटना का भी जिक्र किया गया.
इस अवसर पर युवा प्रयास के सचिव मो शमीमुल हक संस्था के सदस्य मो पररवेज आलम,सामाजिक कार्यकर्त्ता लालजी प्रसाद, मानव, जयप्रकाश अग्रवाल, मो आफताब अहमद , प्रिंस जी एवं इसके साथ-साथ ज़िले के परिवहन विभाग से यातायात निरीक्षक संजय कुमार ने भी अपने एवं अपने आसपास के अनुभव का जिक्र किया गया है। इस मौके पर हेमराज कुशवाहा, परवेज अंसारी के अलावा दर्जनों गणमान्य लोग व आम जनता की उपस्थिति रही. इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण चर्चा के तौर पर यह बात की गयी कि गर्मी में विशेषकर मई के महीने में गर्मी अधिक होने के कारण लोगों का मानसिक तनाव अधिक बाढ़ जाता है जिस कारण वाहन चलाते समय दुर्घटना होने कि अत्यधिक संभावना बनती है इसलिए यथासंभव गर्मियों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें जहां अनुभवी ड्राइवर होते हैं एवं अधिक दुरी कि यात्रा वाहन चलाकर स्वयं करने से बचे और इसके अतिरिक्त इस बात पर भी चिंतन ज़ाहिर किया गया कि एक्सीडेंट सेवर्टी इण्डेक्स जो कि आज से 10 साल पहले लगभग 50 था वो आज कि तिथि में 70- 75 पहुंच गया है.
इस मौके पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मो आज़ारुद्दीन के सन्दर्भ में चर्चा करते हुए गया के यातायात निरीक्षक ने कहा कि कप्तान साहब द्वारा कम उम्र में एक अत्यंत महंगी बाइक लगभग 3 लाख रुपयों कि अपने नाबालिग बच्चे को खरीदकर दिया गया था एवं उनका पुत्र उसी बाइक एक्सीडेंट से अगले दिन ही चल बसा था. इस अत्यंत ही दर्दनाक घटना से यातायात निरीक्षक संजय ने सबको सिख लेने कि बात कही और बताया कि कम उम्र में बच्चों को वाहन से दूर रखें. इसके साथ साथ लगभग सभी लोगों में ये चर्चा का विषय बना रहा कि *हेलमेट का उपयोग करने से कई बार एक्सीडेंट होने पर भी कई लोगों कि जान बची हैऔर इसके कई उदाहरण लोगों ने दिए जिसमे से कई ने अपना भी अनुभव बताया है. अंत में न केवल गया बल्कि देश और दुनिया के सड़कों पर दुर्घटनाओं से हुई मौत पर 2 मिनट मौन रखकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया है। इसके साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करने के साथ साथ उनके जल्द से जल्द ठीक होने हेतु कामना की है इस अवसर पर सड़क सुरक्षा से संबंधित कई प्रस्ताव भी आये जिसका अमलीजामा बैठक कर लिया जाएगा.