DM ने आरओ एआरओ को दिया गहन प्रशिक्षण ; नोटिस प्रकाशन व नाम वापसी तक की प्रक्रिया को चरणवार समझाया

DM ने आरओ एआरओ को दिया गहन प्रशिक्षण ; नोटिस प्रकाशन व नाम वापसी तक की प्रक्रिया को चरणवार समझाया

CHHAPRA DESK –  विधानसभा चुनाव को लेकर आज समाहरणालय सभागार में सभी विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी व सहायक निर्वाची पदाधिकारी का गहन प्रशिक्षण आयोजित किया गया. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने बिन्दुवार और चरणवार नोटिस प्रकाशन से लेकर नाम वापसी तक के कार्य को चरणवार समझाया. उन्होंने कहा कि इवीएम कमीशनिंग, मतदान और मतगणना पर अलग से प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा.

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आरओ सतह पर करें कोषांग को सक्रिय

जिलाधिकारी ने सभी आरओ को निर्देश दिया कि अपने सतह पर नाम निर्देशन कोषांग को सक्रिय कर लें. साथ ही एक एआरओ को मनोनीत करें जो आपके बदले में नामांकन पत्र स्वीकार करेंगे. कोषांग बहुत लंबा न हो, तथा तेज तर्रार और काम के प्रति समर्पित कर्मी को संलग्न करें. इसके साथ ही आरओ बुक के सभी नियम और प्रतिनियमों को अच्छी तरह आत्मसात कर लें. सभी कर्मियों को अलग अलग कार्य पहले से ही आवंटित कर दें. इसके अतिरिक्त इवीएम सेल, कार्मिक सेल, निर्वाचक सूची सेल आदि का गठन अपने स्तर पर कर लें.

नामांकन प्रक्रिया को विस्तार से समझाया

जिलाधिकारी ने कहा कि आयोग के कार्यक्रम के अनुसार 10 अक्टूबर को नोटीफिकेशन जारी होगी. इसके साथ ही आपको नोटिस प्रकाशित करनी होगी। जिसमें नामांकन प्राप्त करने का स्थल, समय आदि का विवरण होगा. उन्होंने नामांकन फॉर्म-2 ख और शपथ पत्र के फॉर्म 26 को भी विस्तार से समझाया। यह भी बताया कि किस प्रस्थिति में नोटिस जारी किए जाएंगे. ओथ कैसे दिलाया जाता है. स्क्रुटनी कैसे की जाती है। किस हालत में नामांकन रद्द होते हैं. नाम वापसी का एसओपी है. उन्होंने प्रत्याशियों के नामांकन पत्र चेक लिस्ट के अनुसार प्राप्त करने का निर्देश दिया ताकि एकरूपता रहे. उन्होंने कहा कि स्थल का चयन अभी कर लें. यह देख लें कि पर्याप्त जगह हो. स्क्रुटनी, वेटिंग एरिया आदि को सुव्यवस्थित करा लें. किसी भी परिस्थिति में प्रत्याशी समेत पांच लोगों से अधिक नामांकन कक्ष में प्रवेश नहीं करेंगे.

समय अन्तराल का करें अनुपालन

जिलाधिकारी ने बताया कि चुनाव में समय अनुपालन का बहुत महत्व है. जिस कार्य के लिए जो समय तिथि नियत है उसी में उसका क्रियान्वयन होना है. उन्होंने बताया कि नामांकन कक्ष के बाहर और अंदर डिजिटल घड़ी अधिस्थापित करें. वहीं सीसीटीवी और वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था रहेगी. साथ ही प्रतिदिन प्राप्त आवेदनों को स्कैन किया जाना है. जिलाधिकारी ने कहा कि घड़ी, सीसीटीवी, वीडियो कैमरा और कम्प्यूटर सिस्टम का समय एक ही होना चाहिए. नामांकन पावती में रियल टाइम अंकित करें. नामांकन पर्चों को प्रतिदिन आपके नोटिस बोर्ड पर भी प्रकशित किया जाना है. सभी कार्य को समय पर निष्पादन का प्लान रखें.

प्रायोगिक दृष्टिकोण से कराया अवगत

जिलाधिकारी ने अपने अनुभव और उदाहरण को उद्धृत करते हुए विभिन्न प्रायोगिक बिंदुओं से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि प्रेस नोट आने के साथ ही मॉडल कोड ऑफ कन्डक्ट लागू हो गया है. आप अपने क्षेत्र में एमसीसी का अनुपालन सुनिश्चित करें. आप से इस आशय का प्रमाणपत्र लिया जाएगा कि 48 घंटे के भीतर सभी सरकारी और गैर सरकारी भवन और परिसंपत्तियों पर से प्रचार सामग्री हटा ली गयी है. साथ ही सभा, रैलियों, जनसंपर्क आदि में आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. साथ ही बूथ के एएमएफ को स्वयं भ्रमण कर सुनिश्चत कर लें. मॉडल बूथ को मतदान की सुगमता तक विस्तारित करें. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा भी रैंडम भ्रमण कर जांच किया जाएगा. बैठक सह प्रशिक्षण में डीडीसी यतेंद्र कुमार पाल, एसडीएम मुकेश कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल, डीआईओ तारणी कुमार आदि उपस्थित थे.

 

 

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